जो खैरात में मिलती कामयाबी
तो हर शख्स कामयाब होता,
फिर कदर न होती किसी हुनर की
और न ही कोई शख्स लाजवाब होता।
चले हैं जिस सफ़र पर उसका कोई अंजाम तो होगा
जो हौंसला दे सके ऐसा कोई जाम तो होगा,
जो दिल में ठान ही ली है कामयाबी को अपना बनाने की
तो कोई न कोई इंतजाम तो होगा।
देखते हैं ये जिंदगी हमें कब तक भटकाएगी
किसी दिन तो कोशिशें हमारी रंग लाएंगी,
उस रोज हम आराम से बैठेंगे अपने कमरे में
और कामयाबी बहार कड़ी दरवाजा खटखटाएगी।
कामयाबी के सफ़र में मुश्किलें तो आएँगी ही
परेशानियाँ दिखाकर तुमको तो डराएंगी ही,
चलते रहना कि कदम रुकने ना पायें
अरे मनिल तो मंजिल ही है एक दिन तो आएगी ही
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